रत्ना भूषण/ऋतंकर मुखर्जी, नई दिल्ली
देश के नाम संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी के स्वदेशी पर जोर देने के बाद बड़ी कन्ज्यूमर कंपनियां अपने सभी ऐडवर्टाइजिंग और मार्केटिंग कैंपेन में ‘वोकल फॉर लोकल’ पर जोर बढ़ा रही हैं। ITC, पारले प्रॉडक्ट्स, अमूल, डाबर, बिसलरी, गोदरेज, मैरिको और वोल्टास जैसी कंपनियों ने इस दिशा में कदम उठाया है। पीएम ने हाल में 12 मई को राष्ट्र को संबोधित किया था।
डिजिटल मीडिया और टीवी पर स्वदेशी का झंडा
डाबर के सीईओ मोहित मल्होत्रा ने बताया, ‘हमने स्वदेशी के संदेश के साथ डिजिटल मीडिया और टीवी, खासतौर से न्यूज चैनल्स पर विज्ञापन करना शुरू किया है।’ वाटिका शैंपू और रेड टूथपेस्ट बनाने वाली डाबर का मुकाबला कोलगेट पामोलिव और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड सरीखी मल्टीनैशनल कंपनियों से है। मल्होत्रा ने कहा, ‘इस बात की काफी संभावना है कि मेड इन इंडिया फैक्टर का लोगों के खरीदारी करने के निर्णय पर असर पड़ेगा। वोकल फॉर लोकल कैंपेन में आयुर्वेद सरीखे भारत के परंपरागत ज्ञान का फायदा उठाने की क्षमता है।’
ITC का मेक इन इंडिया पर जोर
आत्मनिर्भर भारत थीम वाले अपने संबोधन में पीएम ने लोगों से स्थानीय उत्पादों और ब्रैंड्स पर जोर देने की अपील की थी और देश में बनाए गए उत्पाद खरीदने को कहा था। सिगरेट से लेकर कन्ज्यूमर गुड्स तक बनाने वाली ITC ने कहा कि वह अपने कैंपेन में मेक इन इंडिया पर जोर देती रहेगी। आशीर्वाद आटा, सनफीस्ट बिस्किट और विवेल साबुन बनाने वाली ITC ने अपने गैर-सिगरेट कारोबार से एक लाख करोड़ रुपये की बिक्री हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। ITC के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर बी सुमंत ने कहा, ‘ITC ने इंडियन ब्रैंड्स का दमदार पोर्टफोलियो तैयार करने में जमकर निवेश किया है। इससे लाखों किसानों को सपोर्ट मिलता है और बड़े पैमाने पर लोगों की आजीविका का इंतजाम होता है। हमने 25 इंडियन ब्रैंड बनाए हैं।’
शिवम् सिंह न्यूज़ ऐजेंसी बाराबंकी
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